मुझे आजकल ऐसा क्यों लगने लगा है, जैसे मैं आपके मन की बातें जानने लगा हूँ

चलिये सबूत देता हूँ :

1. आप इस समय मुझे पढ़ रहे हैं

2. आप नेकदिल इंसान हैं, और
समान्यतः सबको खुश देखना चाहते हैं

3. होंठो को अलग किए बिना आप "पापा" नहीं बोल सकते

4. आपने अभी "पापा" कह कर देखा

6. ऐसा करने पर आपके चेहरे पर मुस्कान आई

7. अरे आपने न. 5 नहीं पढ़ा

8. अब आप फिर से 5 पर गए, पर वो तो है ही नहीं

9. इस बात पर फिर से हंसी छूटी, यानि की आप

छोटे छोटे बातों पर हंस सकते हैं, मतलब आप एक बेहतरीन इंसान हैं मेरे तरह

10. अब आप सोच रहे, चलो ये हंसने खिलखिलाने का सिलसिला जारी रखा जाए !
मुझे आजकल ऐसा क्यों लगने लगा है, जैसे मैं आपके मन की बातें जानने लगा हूँ चलिये सबूत देता हूँ : 1. आप इस समय मुझे पढ़ रहे हैं 2. आप नेकदिल इंसान हैं, और समान्यतः सबको खुश देखना चाहते हैं 3. होंठो को अलग किए बिना आप "पापा" नहीं बोल सकते 4. आपने अभी "पापा" कह कर देखा 6. ऐसा करने पर आपके चेहरे पर मुस्कान आई 7. अरे आपने न. 5 नहीं पढ़ा 8. अब आप फिर से 5 पर गए, पर वो तो है ही नहीं 9. इस बात पर फिर से हंसी छूटी, यानि की आप छोटे छोटे बातों पर हंस सकते हैं, मतलब आप एक बेहतरीन इंसान हैं मेरे तरह 10. अब आप सोच रहे, चलो ये हंसने खिलखिलाने का सिलसिला जारी रखा जाए !
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